नमस्कार दोस्तों, Allhindi.co.in के एक नए लेख में आप सभी का स्वागत है। आज की इस लेख (पुल्लिंग किसे कहते है) इसके बारे में आप विस्तृत तरीके से जानेंगे। आइए जानते है की पुल्लिंग क्या है और पुलिंग शब्द की पहचान कैसे की जाती है। इसके अलावा आप सभी इस लेख में संज्ञा शब्द को पुल्लिंग से स्त्रीलिंग में बदलने के नियम के बारे में पढ़ेंगे।
Contents
लिंग किसे कहते है
‘लिंग’ शब्द को संस्कृत भाषा के एक शब्द से लिया गया है , जिसका अर्थ ‘चिह्न’ या ‘निशान’ होता है।संज्ञा के जिस शब्द रूप से यह पता चलता हो की वह पुरुष जाति है या स्त्री जाति है उसे लिंग कहते है। आइए इसके कुछ उदाहरण को देखा जाए।
पुरुष जाति में – बैल, दरवाजा, पंख, मोहन, आदि।
स्त्री जाति में – गाय, बकरी, मोरनी, आदि।

लिंग के भेद
हिन्दी में लिंग के दो प्रकार हैं:
1. पुल्लिंग
2. स्त्रीलिंग
पुल्लिंग किसे कहते है | पुलिंग क्या है
जिन शब्दों के द्वारा हमे पुरुष जाति का बोध होता है उसे पुल्लिंग कहते है। हम प्रतिदिन अपने आस पास पुल्लिंग शब्दों के बारे सुनते है। पुलिंग को अच्छे तरीके से जानने से पहले आप सभी को लिंग के बारे में जानना होगा। जिससे आप इस लेख से पूरी जानकारी प्राप्त करे। आइए जानते है लिंग क्या है और लिंग के कितने भेद होते है।
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पुल्लिंग किसे कहते है
जिन शब्दों के द्वारा हमे पुरुष जाति का बोध होता है उसे पुल्लिंग कहते है। हम प्रतिदिन अपने आस पास पुल्लिंग शब्दों के बारे सुनते है। अभी तक आपने जाना की पुल्लिंग किसे कहते है तथा पुलिंग की परिभाषा के बारे में जाना। अब आप जानेंगे की स्त्रीलिंग किसे कहते है और स्त्रीलिंग की परिभाषा क्या होती है।
स्त्रीलिंग किसे कहते है
संज्ञा का वह रूप जिससे किसी स्त्री जाति का पता चले ,उसे स्त्रीलिंग कहते है। जैसे – माता, रानी, घोड़ी, कुतिया, बंदरिया,आदि। आपने अभी तक यह जाना की पुलिंग किसे कहते है और स्त्रीलिंग किसे कहते है अब आप जानेंगे की पुल्लिंग और स्त्रीलिंग की पहचान कैसे की जाती है
पुल्लिंग की पहचान कैसे की जाती है
- कुछ संज्ञा शब्द ऐसी होती है जो हमेशा पुल्लिंग रहती है इसके कुछ उदाहरण निम्न है: खटमल, भेड़या, खरगोश, चीता, मच्छर, पक्षी, आदि।
- कुछ समूहवाचक संज्ञा, समाज, दल, समूह, वर्ग आदि शब्द को भी हमेशा पुल्लिंग की श्रेणी में रखा जाता है।
- कुछ ऐसे शब्द जो भारी और बेडौल वस्तुओ के नाम भी पुल्लिंग में रखे जाते है-जूता, रस्सा, लोटा, पहाड़, आदि।
- सप्ताह के सातों दिनों के नाम भी पुल्लिंग कहा जाता है: सोमवार, मंगलवार, बुधवार, वृहस्पतिवार, शुक्रवार, शनिवार, रविवार।
- 12 महीनो के नाम को भी पुल्लिंग की श्रेणी में रखा जाता है जैसे फरवरी, मार्च, चैत, वैशाख परंतु कुछ महीनों के नाम को हम स्त्रीलिंग की श्रेणी में रखते है-जैसे जनवरी, मई, जुलाई-स्त्रीलिंग
- निम्न पर्वतों के नाम भी पुल्लिंग होते हैं। पर्वतों के नाम निम्न है: हिमालय, विन्द्याचल, सतपुड़ा, आल्प्स, यूराल, कंचनजंगा, एवरेस्ट, फूजीयामा आदि।
- कुछ निम्न देशों के नाम को पुल्लिंग की श्रेणी में आते है-भारत, चीन, इरान, अमेरिका आदि।
- ब्रह्मांड के नक्षत्रों, व ग्रहों के नाम भी पुल्लिंग होते है जैसे सूर्य, चन्द्र, राहू, शनि, आकाश, बृहस्पति, बुध आदि। परंतु पृथ्वी वह शब्द है जो स्त्रीलिंग है।
- जिन धातुओं का इस्तेमाल हम अपने जीवन में करते है उन धातुओ को भी पुल्लिंग की श्रेणी में रखा जाता है जैसे-सोना, तांबा, पीतल, लोहा, आदि।
- पेड़ पौधों तथा फलो के नाम को भी पुल्लिंग की श्रेणी में रखा जाता है-अमरुद, केला, शीशम, पीपल, देवदार, चिनार, बरगद, अशोक, पलाश, आम आदि।
- कुछ निम्न अनाजों के नाम को पुल्लिंग तथा कुछ निम्न अनाजो के नाम को स्त्रीलिंग कहा जाता है। गेहूँ, बाजरा, चना, जौ आदि। इन अनाजों के नाम को स्त्रीलिंग की श्रेणी में रखा जाता है जैसे मक्की, ज्वार, अरहर, मूँग।
- जिन रत्नों को हम सभी पहनते है उन सभी रत्नों के नाम को पुल्लिंग की श्रेणी में रखा जाता है। -नीलम, पुखराज, मूँगा, माणिक्य, पन्ना, मोती, हीरा आदि।
- जो शब्द फूलों के अन्तर्ग आते है उन्हें पुल्लिंग कहते है। -गेंदा, मोतिया, कमल, गुलाब
- निम्न देशों और नगरों के नाम को पुल्लिंग के अंतर्गत रखा जाता है-दिल्ली, लन्दन, चीन, रूस, भारत आदि।
- द्रव तथा पदार्थों के नाम को भी पुल्लिंग कहते है शरबत, दही, दूध, पानी, तेल, कोयला, पेट्रोल, घी आदि। (अपवाद चाय, कॉफी, लस्सी, चटनी-स्त्रीलिंग)
- जिन शब्दों से समय को प्रदर्शित किया जाता है वह शब्द भी पुल्लिंग कहलाते है-घंटा, पल, क्षण, मिनट, सेकेंड आदि।
- द्वीप-अंडमान-निकोबार, जावा, क्यूबा, न्फाउंडलैंड आदि।
- सागर हिंद महासागर, प्रशांत महासागर, अरब सागर आदि।
- वर्णमाला के अंतर्गत आने वाले अक्षर को भी पुलिंग कहा जाता है क्, ख्, ग् घ्, त्, थ्, अ, आ, उ, ऊ आदि। (अपवाद-इ, ई, ऋ स्त्रीलिंग)
- शरीर के अंग-हाथ, पैर, गला, अँगूठा, कान, सिर, मस्तक, मुँह, घुटना, ह्रदय, दाँत आदि। (अपवाद-जीभ, आँख, नाक, उँगलियाँ-स्त्रीलिंग)
- आकारान्त संज्ञायें-गुस्सा, चश्मा, पैसा, छाता आदि।
- ऐसे शब्द जिनके अंत में ‘दान, खाना, वाला’ आदि जैसे शब्द आये ऐसे शब्द अधिकतर पुल्लिंग होते हैं; जैसे-खानदान, पीकदान, दवाखाना, • जेलखाना, दूधवाला आदि।
- जिन शब्दों के अंत में अ, आ, आव, पा, पन, क, त्व, आवा तथा औड़ा इत्यादि अक्षर आते हैं ऐसे शब्द प्राय: पुल्लिंग होते है। आइए इन शब्दों के उदाहरण को देखें
अ-खेल, रेल, बाग, हार, यंत्र आदि।
आ-लोटा, मोटा, गोटा, घोड़ा, हीरा आदि।
आव-पुलाव, दुराव, बहाव, फैलाव, झुकाव आदि।
पा-बढ़ापा, मोटापा, पजापा आदि।
पन-लड़कपन, अपनापन, बचपन, सीधापन आदि।
क-लेखक, गायक, बालक, नायक आदि।
त्व-ममत्व, पुरुषत्व, स्त्रीत्व, मनुष्यत्व आदि।
आवा-भुलावा, छलावा, दिखावा चढ़ावा आदि।
औड़ा-पकौड़ा, हथौड़ा आदि। - मच्छर, गैंडा, कौआ, भालू, तोता, गीदड़, जिराफ, खरगोश, जेबरा आदि सदैव पुल्लिंग होते हैं।
- ऐसे शब्द जो प्राणी वाचक होने का बोध कराते हो ऐसे संज्ञा सदैव पुलिंग होते हैं। जैसे-बालक, गीदड़, कौआ, कवि, साधु आदि।
स्त्रीलिंग की पहचान कैसे की जाति है
- ऐसे शब्द जिनके अंत में हव,वट ,ता ,आई ,या आस,ये शब्द आए तो वे शब्द स्त्रीलिंग होते है। जैसे – कड़वाहट ,आहट ,बनावट ,शत्रुता ,मुर्खता ,मिठाई ,छाया ,प्यास आदि।
- ऐसे शब्द जिनके अंत में ‘आनी’ शब्द जुड़ा हो ऐसे शब्द प्राय: स्त्रीलिंग होते है। जैसे – इंद्राणी, जेठानी ,ठुकरानी ,राजरानी आदि |
- ऐसे शब्द जो ईकारांत हो ऐसे शब्द प्राय: स्त्रीलिंग होते है। जैसे – रोटी, टोपी, नदी, चिट्ठी, उदासी, रात, बात, छत, भीत आदि |
- ऐसे शब्द जिनके अंत में ख अक्षर आते हो, ऐसे शब्द प्रायः स्त्रीलिंग कहलाते हैं। जैसे-ईख, भूख, चोख, राख, कोख, लाख, देखरेख आदि।
- प्राय : भाषाओँ के नाम को स्त्रीलिंग की श्रेणी में रखा जाता है। जैसे – संस्कृत ,राजस्थानी ,हिंदी ,रुसी ,पंजाबी आदि |
- निम्न नदियों के नाम भी प्राय: स्त्रीलिंग होते है। जैसे – गंगा, ताप्ती ,नर्मदा ,यमुना, गोदावरी, सरस्वती आदि।
- तिथियों के नाम भी प्राय: स्त्रीलिंग होते है। जैसे– पूर्णिमा, अमावस्था, एकादशी, चतुर्थी, प्रथमा आदि।
- जिन शब्द के अंत में ‘इया’लगा हो वे प्राय: स्त्रीलिंग होते है। जैसे – बिटिया ,नदिया ,बुढिया ,डिबिया आदि
- भाषाओं व लिपियों के नाम भी स्त्रीलिंग होते है। जैसे – देवनागरी, अंग्रेजी, हिंदी, फ्रांसीसी, अरबी, फारसी, जर्मन, बंगाली आदि।
- ऐसे कुछ नक्षत्र होते है जिन्हे अक्सर स्त्रीलिंग कहा जाता है। जैसे -अश्विनी, रेवती, मृगशिरा, चित्रा, भरणी, रोहिणी आदि।
पुल्लिंग से स्त्रीलिंग बनाने के नियम
1. अ या आ पुलिंग शब्दों को ‘ई’ कर देने से वे स्त्रीलिंग हो जाते है। जैसे-
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
गूँगा | |
गधा | गधी |
देव | देवी |
नर | नारी |
नाला | नाली |
नाना | नानी |
मोटा | मोटी |
बन्दर | बंदरी |
लड़का | लड़की |
मुर्गा | मुर्गी |
दादा | दादी |
घोड़ा | घोड़ी |
2. अ या आ पुलिंग शब्दों को ‘इया ‘कर देने से वे स्त्रीलिंग हो जाते है। जैसे-
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
लोटा | लुटिया |
बंदर | बंदरिया |
बुढा | बुढिया |
बेटा | बेटिया |
चिड़ा | चिड़िया |
कुत्ता | कुत्तिया |
चूहा | चुहिया |
बाछा | बाछिया |
खाट | खटिया |
3. अक वाले तत्सम शब्दों में ‘इका’ कर देने से वे स्त्रीलिंग हो जाते है। जैसे-
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
अध्यापक | अध्यापिका |
पत्र | पत्रिका |
चालक | चालिका |
सेवक | सेविका |
लेखक | लेखिका |
गायक | गायिका |
पाठक | पाठिका |
संपादक | संपादिका |
बालक | बालिका |
4. कई पुल्लिंग को स्त्रीलिंग बनाने के लिए शब्दों में क्रमशः –नर या मादा लगाना पड़ता है ;जैसे –
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
तोता | मादा तोता |
खरगोश | मादा खरगोश |
मच्छर | मादा मच्छर |
जिराफ | मादा जिराफ |
खटमल | मादा खटमल |
मगरमच्छ | मादा मगरमच्छ |
उलू | मादा उलू |
कोयल | नर कोयल |
चील | नर चील |
मकड़ी | नर मकड़ी |
भेड़ | नर भेड़ |
मक्खी | नर मक्खी |
गिलहरी | नर गिलहरी |
मैना | नर मैना |
कछुआ | नर कछुआ |
5. कुछ पुल्लिंग शब्दों का स्त्रीलिंग बिल्कुल भिन्न होता है ;जैसे –
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
राजा | रानी |
सम्राट | सम्राज्ञी |
पिता | माता |
भाई | बहन |
वर | वधू |
पति | पत्नी |
मर्द | औरत |
पुरुष | स्त्री |
बैल | गाय |
पुत्र | कन्या |
फूफा | बूआ |
6. कुछ शब्द ऐसे भी है, जिनमे “आनी’ प्रत्यय” लगाकर स्त्रीलिंग बनाया जाता है। जैसे –
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
ठाकुर | ठाकुरनी |
सेठ | सेठानी |
चौधरी | चौधरानी |
देवर | देवरानी |
नौकर | नौकरानी |
इंद्र | इन्द्राणी |
जेठ | जेठानी |
मेहतर | मेहतरानी |
पण्डित | पण्डितानी |
7. कुछ शब्दों में ‘इन’ जोड़कर स्त्रीलिंग बनाया जाता हैं। जैसे-
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
साँप | साँपिन |
सुनार | सुनारिन |
नाती | नातिन |
दर्जी | दर्जिन |
कुम्हार | कुम्हारिन |
लुहार | लुहारिन |
माली | मालिन |
धोबी | धोबिन |
8. कुछ शब्द में ‘आइन’ जोड़कर स्त्रीलिंग बनाया जाता हैं। जैसे-
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
चौधरी | चौधराइन |
हलवाई | हलवाइन |
गुरु | गुरुआइन |
पंडित | पंडिताइन |
ठाकुर | ठाकुराइन |
बाबू | बबुआइन |
9. कुछ पुल्लिंग शब्दों के अंत में ‘ता‘ के स्थान पर ‘त्री‘ जोड़कर भी स्त्रीलिंग शब्द बनाए जाते हैं ;जैसे
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
नेता | नेत्री |
दाता | दात्री |
अभिनेता | अभिनेत्री |
रचयिता | रचयित्री |
विधाता | विधात्री |
वक्ता | वक्त्री |
प्रश्न: लिंग शब्द का क्या अर्थ होता हैं?
उत्तर: लिंग’ शब्द को संस्कृत भाषा के एक शब्द से लिया गया है , जिसका अर्थ ‘चिह्न’ या ‘निशान’ होता है
प्रश्न: विधाता शब्द की स्त्रीलिंग क्या होगा?
उत्तर: विधात्री
प्रश्न: रचयिता शब्द की स्त्रीलिंग क्या होगा?
उत्तर: रचयित्री
इस लेख के बारे में:
इस लेख में आपने जाना की लिंग किसे कहते है। इस लेख में मैंने आपको पूरी तरह से यह समझने की कोशिश की है लिंग क्या है? लिंग के कितने भेद होते है। पुल्लिंग किसे कहते है तथा स्त्रीलिंग किसे कहते है। इन सभी के बारे में विस्तृत से बताया गया है।