Allhindi के इस नये लेख में आप सभी का स्वागत हैं आज की इस लेख में आप लिखित भाषा किसे कहते हैं। इसके बारे में जानेंगे। जैसा की हम सभी जानते हैं की भाषा के तीन भेद होते हैं जिसमे से आप लिखित भाषा के विस्तृत रूप से पढेंगे|
भाषा- जब कोई व्यक्ति अपने भावो या विचारो को दुसरे के सामने प्रकट करता हैं तो उसे भाषा कहते हैं। जैसे की हम सभी जानते है भाषा के तीन रूप होते हैं मौखिक, लिखित और सांकेतिक
लिखित भाषा किसे कहते हैं
जब मनुष्य अपने भावों और विचारों को लिखकर प्रकट करता है , तो उस भाषा के रूप को ‘लिखित रूप’ कहलाता है । उदाहरण- पुस्तकें, ग्रंथ, आदि भाषा के विकास क्रम में मौखिक रूप के बाद भाषा के लिखित रूप का विकास हुआ। लिखित भाषा का मुख्य रूप से किसी के द्वारा लिखे गये तथ्य या विचार को वर्षों तक सुरक्षित रखने के लिए इस भाषा का प्रयोग किया जाता हैं।
भाषा के लिखित रूप के द्वारा मनुष्य के विचार भविष्य के लिए भी सुरक्षित रखे जा सकते हैं। युगों पूर्व हुए विद्वानों और महापुरुषों के विचारों को लिखित रूप में पुस्तकों में आज भी पढ़कर जाना जा सकता है। वेद, पुराण, गीता, रामायण, महाभारत आदि इसके उदहारण हैं।

लिखित भाषा की विशेषताएँ
लिखित भाषा की कुछ निम्न विशेषताए होती हैं जो की निम्न हैं
- बहुत सारे विद्यवान मानते है की लिखित भाषा भाषा का स्थायी रूप है।
- लिखित भाषा का प्रयोग करके कोई भी व्यक्ति हम अपने भावों और विचारों को अनंत काल के लिए सुरक्षित रख सकता हैं।
- लिखित भाषा के लिए किसी भी श्रोता या वक्ता की जरूरत नहीं पड़ती हैं।
- लिखित भाषा की सबसे छोटी इकाई वर्ण हैं।
इससे सम्बंधित लेख: भाषा किसे कहते हैं (परिभाषा और भेद)
सांकेतिक भाषा किसे कहते हैं
लिखित भाषा से जुड़े कुछ सवाल जवाब
प्रश्न: लिखित भाषा की परिभाषा क्या है?
उत्तर: जब मनुष्य अपने भावों और विचारों को लिखकर प्रकट करता है , तो उस भाषा के रूप को ‘ लिखित रूप ‘ कहलाता है
प्रश्न: क्या लिखित भाषा और मौखिक भाषा एक हैं?
उत्तर: नहीं
प्रश्न: लिखित भाषा की क्या विशेषताए हैं?
उत्तर: बहुत सारे विद्यवान मानते है की लिखित भाषा भाषा का स्थायी रूप है।
लिखित भाषा का प्रयोग करके कोई भी व्यक्ति हम अपने भावों और विचारों को अनंत काल के लिए सुरक्षित रख सकता हैं।
अंतिम शब्द
मुझे उम्मीद है कि आप सभी को हमारे द्वारा लिखी गई और लेख पसंद आई होगी और आप यह पूरी तरह से समझ पाए होंगे कि लिखित भाषा किसे कहते हैं जैसा कि हमने इस लेख में जानालिखित भाषा किसे कहते हैं लिखित भाषा की परिभाषा क्या होती है तथालिखित भाषा की विशेषताएं क्या होते हैं इन सभी विषयों को जानने के बाद मुझे पूरी उम्मीद है कि आप लोकतंत्र के बारे में भली-भांति जान गए होंगे अगर आपकी कोई भी सवाल या सुझाव हो तो आप हमें कमेंट करके अपने सवाल यह सुझाव हमारे साथ साझा कर सकते हैं इस साइट पर अपना कीमती समय देने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद इस प्रकार की जानकारी को पाने के लिए आप हमारे इस ब्लॉग को suscribe कर सकते हैं।