प्रिय पाठक! allhindi. co. in पर आप सभी का स्वागत है। हम सभी को अपनी जिंदगी में कभी न कभी बिजली के झटके तो लगे ही होंगे। लेकिन क्या आप जानते है कि सुचालक किसे कहते है? और सुचालक पदार्थ क्या है इन सभी की जानकारी इस लेख में आपको मिलेगी। इन सभी जानकरी के अलावा आपको सुचालक और कुचालक में अंतर क्या है, आघातवर्धनीयता किसे कहते हैं, तन्यता किसे कहते हैं इन सभी की जानकारी आपको मिलेगी|

सुचालक किसे कहते है
सुचालक की परिभाषा: सुचालक वे पदार्थ होते हैं जिनमें विद्युत धारा आसानी से प्रवाहित हो जाए तथा जिनमें कम से कम प्रतिरोध हो और अधिक संख्या में मुक्त इलेक्ट्रान हो। ऐसे पदार्थ को सुचालक कहते है|
चालक पदार्थ को तीन श्रेणी में बांटा गया है: (1) ठोस चालक (2) विद्युत विश्लेष्य चालक (3) गैसीय चालक
ठोस चालक किसे कहते है ?
ऐसे पदार्थ जो मुख्य रूप से ठोस हो तथा उनमे आसानी से धारा प्रवाहित हो सके ऐसे पदार्थो को ठोस चालक कहते है|
ठोस चालक के उदाहरण: चांदी , ताँबा , सोना , लोहा तथा स्पात , गैल्वेनाइज्ड आयरन , टिन , जिंक , सीसा , एल्यूमिनियम आदि|
कुचालक किसे कहते है
कुचालक की परिभाषा: कुचालक पदार्थ वे होते हैं जिनमें विद्युत धारा आसानी से प्रवाहित ना हो तथा प्रतिरोध उच्च हो और मुक्त इलेक्ट्रॉन की संख्या ना के बराबर हो।
कुचालक के उदाहरण: पदार्थ लकड़ी , कागज , रबर , कांच , अभ्रक , एस्बेस्टस , मार्बल , फाइबर , बेकलाइट , पीवीसी , ट्रोपोड्योर , एबोनाइट , लेदेरायड , पॉलिएस्टर , कॉटन व सिल्क , वार्निस पोर्सिलेन इत्यादि।
अर्धचालक किसे कहते है?
ऐसे पदार्थ जिसमे ना तो सुचालक के गुण पाए जाते है ना कुचालक के गुण ऐसे पदार्थ को अर्द्धचालक कहते है|
अर्द्धचालक के उदाहरण: पदार्थ सिलिकॉन , जर्मेनियम , सेलिनियम , बोरोन , टेल्लूरियम कार्बन आदि।
सारांश
यदि आपकों यह लेख (सुचालक किसे कहते है) पसंद आई है तो कृपया इसे अपने दोस्तों और जरूरतमंद लोगों के साथ social media पर शेयर जरूर करें. साथ ही इस लेख से संबंधित कोई सवाल है तो आप नीचे कमेंट कर सकते हैं|