प्रिय पाठक ! आज की इस लेख में आप सभी का स्वागत है आज की इस लेख में वशीकरण क्या होता है ये जानने वाले है तो चलिए आज की इस लेख की शुरुआत करते हैं और जानते हैं इसके बारे में:
प्रत्येक मनुष्य का जीवन इच्छाओं और आवश्यकताओं से भरा हुआ है। प्रत्येक मनुष्य की केवल यही इच्छा होती है कि उसकी सभी मनोकामनाओं की पूर्ति सरलता से हो जाए। उसके जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या या तकलीफ न हो। लेकिन जीवन में कदम-कदम पर आने वाली बाधाओं जैसे- घर की आर्थिक एवम् पैसो की समस्या, व्यापार मे समस्या, निजी जिंदगी की समस्या एवम् तकलीफों के कारण उसे हर पल संघर्ष करना पड़ता है।

कभी-कभी ऐसा भी देखा और सुना गया है कि मनुष्य को चाह कर भी इन समस्याओं से छुटकारा नहीं मिलता है क्योंकि यह सारी समस्याएं प्राकृतिक नहीं होती हैं। बल्कि ऊपरी बाधाओं से प्रेरित होती है। इसीलिए मनुष्य इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिये तंत्र-मंत्र का सहारा लेते है। क्योंकि उन्हें यह विश्वास होता है कि जो काम मेहनत से नही हो सकता है वह काम तंत्र-मंत्र से सफल हो जाता है। इन बाधाओं को दूर करने के लिए ही प्रकृति या ईश्वर ने वशीकरण की उत्पति की। हालाँकि आपके मन में वशीकरण से जुड़े बहुत सारे सवाल अया रहे होंगे।
- वशीकरण क्या होता है
- वशीकरण शब्द की उत्पति
- वशीकरण के प्रकार
- सफेद वशीकरण क्या होता है
- काला वशीकरण क्या होता है
- वशीकरण के फायदे
- वशीकरण के नुकसान
Contents
- 1 वशीकरण शब्द की उत्पति (VASHIKARAN SHABD KI UTPATI)
- 2 वशीकरण क्या होता है ( VASHIKARAN KYA HOTA HAI )
- 3 वशीकरण के प्रकार (VASHIKARAN KE PRAKAAR )
- 4 काला वशीकरण क्या होता है ( KALA VASHIKARAN KYA HOTA HAI )
- 5 काला वशीकरण करने का उद्देश्य ( KALA VASHIKARAN KARNE KA UDDESHYA )
- 6 सफेद वशीकरण क्या होता है ( SAFED VASHIKARAN KYA HOTA HAI )
- 7 वशीकरण के फायदे ( VASHIKARAN KE FAYDE )
- 8 वशीकरण के नुकसान ( VASHIKARAN KE NUKSAN )
वशीकरण शब्द की उत्पति (VASHIKARAN SHABD KI UTPATI)
वशीकरण शब्द की उत्पत्ति संस्कृत भाषा के दो शब्दों से हुई है। एक शब्द है- वाशी और दूसरी शब्द है- करण। वाशी का शाब्दिक अर्थ है- काबू करना या नियंत्रण करना, और करण का अर्थ है- कुछ करने की विधि या तरीका। तो इस प्रकार दोनो के मिलने से यह पता चलता है कि वशीकरण का शाब्दिक मतलब है- किसी को नियंत्रित करने की विधि या तकनीक।
तंत्र के सत्कर्मों में छः तरह के कर्म होते है
- मारण
- मोहन
- वशीकरण
- स्तंभन
- उच्चाटन
- विद्वेषण
इन्ही कर्मों में से एक कर्म वशीकरण भी है। वशीकरण किसी भी रूप में अनावश्यक एवं स्वार्थ वश नहीं करना चाहिए
वशीकरण क्या होता है ( VASHIKARAN KYA HOTA HAI )
एक विशेष क्रिया एवम् मंत्र के द्वारा प्रकृति की कुछ विशेष शक्तियों को खींचकर एक खास उद्देश्य की पूर्ति के लिए किसी व्यक्ति विशेष के मस्तिष्क तक तरंगों को भेजकर उसे आकर्षित करना, वशीकरण कहलाता है।
वशीकरण के प्रकार (VASHIKARAN KE PRAKAAR )
जिस तरह किसी भी मंत्र के दो उपयोग होते हैं- एक सही और एक गलत। उसी तरह उपयोग के आधार पर वशीकरण के मुख्यतः दो प्रकार होते हैं-
- काला वशीकरण
- सफेद वशीकरण
काला वशीकरण क्या होता है ( KALA VASHIKARAN KYA HOTA HAI )
(1) : यह वशीकरण वास्तविक रूप से नकारात्मक ऊर्जा एवं शैतानी ताकतों का कारक एवम् सूचक है। यह वशीकरण किसी भी ज्योतिष शास्त्र या वास्तु शास्त्र से न होकर पूरी तरह से तंत्र विद्या एवं मंत्रों के द्वारा संचालित होता है। इस वशीकरण में नकारात्मक एवं शैतानी ताकतों से शक्ति लेकर सच्चे और अच्छे लोगों को प्रताड़ित कर शैतान के प्रचार-प्रसार एवम् उसके ताकत को बढ़ाया जाता है। यह वशीकरण विशेष रुप से गलत कार्यों जैसे- किसी को मंत्रमुग्ध करना, किसी को सताना एवं डराना, तड़पाना और भी बहुत सारी चीजें की जाती है। यह वशीकरण पूरी तरीके से अपने स्वार्थ के लिए किया जाता है।
काला वशीकरण करने का उद्देश्य ( KALA VASHIKARAN KARNE KA UDDESHYA )
काला वशीकरण साधारणतया किसी गांव, कस्बे एवं छोटे इलाकों में किया जाता है।यह वशीकरण किसी व्यक्ति विशेष से ईर्ष्या या जलन के कारण किया जाता है।
यह वशीकरण किसी व्यक्ति विशेष से जबरदस्ती किसी काम को कराने, उस व्यक्ति विशेष या उसके परिवार को शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना देने के लिए की जाती है। इस वशीकरण के द्वारा वश में किया हुआ व्यक्ति एवं उसका पूरा परिवार को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। क्योंकि यह वशीकरण खास तौर पर बुरे प्रभाव एवम् शैतानी ताकतों को बढ़ावा देता है। जिससे उस व्यक्ति का मस्तिष्क सोचने और समझने की क्षमता को खो देता है, और उस व्यक्ति का पूरा परिवार ही नष्ट हो जाता है, या नष्ट होने के कगार पर आ जाता है।
सफेद वशीकरण क्या होता है ( SAFED VASHIKARAN KYA HOTA HAI )
यह वशीकरण पूरी तरीके से सही और अच्छा माना जाता है। यह वशीकरण ज्योतिष शास्त्र, वास्तु शास्त्र, प्राकृतिक एवं ईश्वरीय देन है। यह वशीकरण पूरी तरीके से दूसरों की भलाई तथा समाज के कल्याण के लिए किया जाता है।
सफेद वशीकरण करने का उद्देश्य
यहां वशीकरण मुख्य रूप से किसी व्यक्ति के प्रेम को पाने, व्यापार में लाभ, निजी जीवन में सुख, पढ़ाई में उत्तम, शादी में आने वाली बाधा को रोकने, कैरियर में सफलता तथा किसी की सेहत को ठीक करने आदि में किया जाता है।
वशीकरण के फायदे ( VASHIKARAN KE FAYDE )
- मनुष्य जब अपनी जिंदगी से हताशा और निराश हो जाता है, और उसे कोई भी रास्ता दिखाई नहीं देता है। तो ऐसे स्थिति में उसे वशीकरण का सहारा लेना चाहिए।
- वशीकरण कराने से मनुष्य को अपने कैरियर में सफलता, व्यापार में वृद्धि और भी बहुत सारी सुख प्राप्त होते हैं।
- कुछ विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि वशीकरण के माध्यम से आप किसी भी मनुष्य से अपना मनचाहा काम करवा सकते है।
- वशीकरण कराने से मनुष्य के जीवन में धन एवम् आर्थिक परेशानियों से छुटकारा मिलती है।
- कई बार ऐसा देखा और सुना गया है कि कुछ पारिवारिक रिश्तों में कुछ समय के बाद रिश्ते में प्यार कम और दुरियां बहुत ज्यादा आ जाती हैं, ऐसे हालात में मनुष्य को वशीकरण का सहारा लेना चाहिए।
वशीकरण के नुकसान ( VASHIKARAN KE NUKSAN )
- कभी-कभी वशीकरण का प्रभाव उल्टा हो जाता है। यह वशीकरण करने वाले या उसके परिवार को ही नुकसान पहुंचा देता है।
- वशीकरण का गलत प्रयोग करने से ईश्वर एवं प्रकृति भी आपको कभी माफ नहीं करती है। और किसी न किसी रूप में उस व्यक्ति को दण्डित करती है।
- वशीकरण का एक नुकसान यह भी है कि इसमें वशीकरण करने वाला व्यक्ति पूरी तरीके से इंसानियत का रास्ता छोड़कर शैतानी रास्तों पर चलने लगता हैं। और कभी-कभी उसको इसका भयंकर परिणाम भी भोगने पड़ जाते हैं।
प्रश्न: वशीकरण का असर कितने दिन में शुरू हो जाता है?
उत्तर: वशीकरण की तंत्र-मंत्र क्रिया शुरू होने कुछ समय बाद से ही वशीकरण का असर शुरू हो जाता है।
प्रश्न: वशीकरण का असर कितने दिन तक रहता है?
उत्तर: वशीकरण का असर तंत्र-मंत्र प्रक्रिया शुरू होने के बाद से अनंत समय तक रह सकती है। यह इस बात पर भी निर्भर करता है, कि वशीकरण कितने समय के लिए किया गया है।
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